ITI WORKSHOP MARKING AND MEASURING TOOLS
ITI के वर्कशॉप में सामान्य रूप से कई प्रकार के औजार प्रयोग में लाये जाते हैं, जिनमे से कुछ औजार ऐसे होते हैं जो सभी व्यवसायों के वर्कशॉप में इस्तेमाल किये जाते हैं | इनमे से वो औजार जिनका प्रयोग मुख्यतः निशान लगाने और नापने में किया जाता है उन्हें Marking और Measuring Tools कहते हैं | इन्ही Tools के बारे में आज हम लोग सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे जिससे इन Tools को पहचान सकें और ये कितने प्रकार के होते हैं व इसका प्रयोग कैसे किया जाता है यह भी जान लें |
Table Of Contents
Marking and Measuring Tools ( चिन्हक और मापन औजार )
Marking and Measuring Tools वे औजार होते हैं जिनकी सहायता से Jobs या कार्यखंड पर निशान लगाया जाता है और नापा जाता है | जिन औजारों से निशान लगते हैं उन्हें Marking Tools कहते हैं तथा जिन औजारों से नापने का कार्य करते हैं उन्हें Measuring Tool कहते हैं |
कुछ मुख्य प्रकार के Marking and Measuring Tools निम्न प्रकार के हैं –
- Steel Rule : To take the dimension of metal.
- Scriber : For marking on metal surface.
- Centre Punch : For permanent marking on metal.
- Chisel : To cut or chip the metal.
- Hand Hacksaw : To cut the metal.
- Hammer : To change the shape of metal and used with chisel and center punch.
- Divider : For circular marking on metal.
- Try Square : To check the squareness of metal.
- File : To remove metal from metal surface.
- Vice : To hold the metal firmly for filing, cutting, hammering.
- Anvil : Heavy pressure is applied on metal by keeping on an anvil.
Steel Rule ( स्टील रूल )
जब हम किसी वस्तु को मापते हैं तो वास्तव में हम मापन के ज्ञात मानकों से इसकी तुलना करते हैं | SI Unit के अनुसार लम्बाई की मूल इकाई (BASE UNIT) मीटर है | वर्कशॉप में लम्बाई को माँपने हेतु मुख्यतः प्रयोग होने वाला औजार स्टील रूल है |
स्टील रूल (Steel Rule) किसी कार्यखंड के आयाम (भुजा / लम्बाई) को मापने हेतु प्रयोग किया जाने वाला एक प्रत्यक्ष मापी यत्र है |
इसपर इंच तथा सेंटीमीटर के निशान बने होते हैं | स्टील रूल स्प्रिंग स्टील या स्टेनलेस स्टील का बना होता है ( Steel rules are made of spring steel or stainless steel) | ये 150, 300, 600 तथा 1000 mm की लम्बाई में उपलब्ध होते हैं | स्टील रूल के माप की सूक्ष्मता ( Accuracy) 0.5 mm और 1/64 इंच होता है | इसे इंजीनियरिंग रूल भी कहते है |
Steel Rule ( स्टील रूल ) |
स्टील रूल के प्रकार ( Types of Steel Rule)
इंजिनियर स्टील रूल के अलावा अन्य प्रकार के स्टील रूल निम्न हैं –
- नैरो स्टील रूल (Narrow Steel Rule)
- शोर्ट स्टील रूल (Short Steel Rule)
- लचकदार स्टील रूल (Flexible Steel Rule)
खरोचनी ( SCRIBER )
विन्यास (Layout) कार्यों में मशीनिंग किये जाने वाले अथवा रेते जाने वाले जॉब कार्य के विमाओं ( Dimensions ) को प्रदर्शित करने के लिए रेखाएं खींची जाती हैं | इस कार्य के लिए scriber (खरोंची) का उपयोग होता है |
यह High Carbon Steel and Hardened ( उच्च कार्बन इस्पात ) का बना होता है | स्पष्ट एवं बारीक लाइन खीचने हेतु इसके एक सिरा नोकदार होता है |
सामान्य शब्दों में कहा जाए तो Scriber का कार्य धातु कार्यखंड पर निशान लगाने हेतु किया जाता है जिससे उस स्थान पर मशीनिंग या कटाई करने में आसानी हो |
Scriber | खरोचक |
खरोचनी के प्रकार ( Types of Scriber)
यह मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं –
- Straight Scriber ( सीधी खरोचक )
- Bent Scriber ( मुड़ी हुई खरोचक )
DIVIDER ( विभाजक )
विभाजक का प्रयोग वृत्त, चाप खीचने के लिए तथा दूरियों को स्थानांतरित एवं पद्कर्मित (STEPPING) करने के लिए किया जाता है |
इसका प्रयोग स्टील रूल के साथ प्रयोग किया जाता है | स्टील रूल से पहले माप सेट करते हैं उसके बाद वृत्त या चाप लगातें हैं |
विभाजक का आकार 50 mm से लेकर 200 mm तक होता है | इसकी नोंक और जोड़ की पिन के केंद्र की बीच दूरी से विभाजक का आकार बताया जाता है |
DIVIDER | विभाजक |
विभाजक के प्रकार ( Types of Divider )
- Firm Joint Divider ( स्थिर जोड़ विभाजक )
- Spring Joint Divider ( स्प्रिंग जोड़ विभाजक )
CALIPERS ( कैलीपर )
कैलीपर एक अप्रत्यक्ष मापक यन्त्र है जिसका उपयोग माप को स्टील रुल से स्थानांतरण करने के लिए किया जाता है |
Calipers are indirect measuring instruments used for transferring measurements from a steel rule to a job, and vice versa.
अर्थात कैलीपर ऐसे जगहों पर माप लेने हेतु प्रयोग किया जाता है जहाँ पर स्टील रूल के द्वारा प्रत्यक्ष रूप से माप नही लिया जा सकता है | ऐसे जगहों पर कैलीपर से दूरी सेट कर लेते हैं और यही कैलीपर की दूरी स्केल पर रख कर माप लेते हैं |
कैलीपर के प्रकार ( Types of Caliper )
कैलीपर का वर्गीकरण दो प्रकार ज्वाइन्ट तथा लेग के आधार पर किया जाता है |
ज्वाइन्ट के आधार पर कैलीपर के प्रकार –
- मजबूत ज्वाइन्ट कैलीपर ( Firm Joint Caliper )
- स्प्रिंग ज्वाइन्ट कैलीपर ( Spring Joint Caliper )
लेग के आधार पर कैलीपर के प्रकार –
- आउटसाइड कैलीपर ( Outside Caliper )
- इनसाइड कैलीपर ( Inside Caliper )
Outside Caliper | आउटसाइड कैलीपर |
Inside Caliper | आतंरिक कैलीपर |
जैनी कैलीपर ( JENNY CALIPERS )
जैनी कैलिपर के एक पैर में एजस्टेवल डिवाईडर नोक होती है तथा इसका दूसरा पैर अन्दर की ओर मुड़ा रहता है |
ये विभिन्न माप 150, 200, 250 तथा 300 mm में मिलते हैं | इसका उपयोग निम्न कार्य में किया जाता है-
- आतंरिक तथा बाहरी किनारे के समान्तर रेखायें खीचना |
- गोल छड़ का केंद्र ज्ञात करना
जैनी कैलीपर | JENNY CALIPERS |
जैनी कैलीपर को निम्न अन्य नामों से भी जाना जाता है –
- हर्माफ्रोडाइट कैलीपर (Hermaphrodite Caliper)
- लेग तथा प्वांईट कैलीपर ( Leg and Point Caliper )
- औड लेग कैलीपर ( Odd leg Caliper )
चिन्हन पंच ( Marking Punch )
Layout के किसी निश्चित मापन विमाओं (dimensional feature) को स्थाई बनाने हेतु पंच का इस्तेमाल किया जाता है |
चिन्हन पंच के प्रकार (Types of Marking Punch)
- CENTER PUNCH ( केंद्र पंच )
- PRICK PUNCH ( प्रिक पंच )
CENTER PUNCH ( केंद्र पंच ) :
सेंटर पंच के नोक का कोण 90° होता है | इसके द्वारा बनाया हुआ चिन्ह चौड़ा और अधिक गहरा नहीं होता है | इसका प्रयोग छिद्र की स्थिति स्पष्ट करने के लिए किया जाता है | चौड़ा पंच चिन्ह पर ड्रिल को शुरू करने के लिए ठीक ढंग से बैठाने में सहायक होता है |
CENTER PUNCH | केंद्र पंच |
PRICK PUNCH ( प्रिक पंच )
प्रिक पंच के नोक का कोण 30° अथवा 60° होता है |
30° वाले प्रिक पंच का प्रयोग विभाजक (DIVIDER) को ठीक स्थिति में करने के लिए हल्के पंच चिन्हन हेतु होता है | पंच चिन्ह में डिवाइडर की नोकदार पैर ठीक से बैठ जाती है |
60° वाले प्रिक पंच का प्रयोग विटनेस चिन्हों को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है |
PRICK PUNCH | प्रिक पंच |
हथौड़ी ( HAMMERS )
हथौड़ी (Hammer) एक प्रकार का हस्त औजार (Hand Tool) होता है जिसका प्रयोग विभिन्न कार्यों में प्रहार (Striking) करने हेतु किया जाता है |
हथौड़ी के मुख्य भाग शीर्ष (Head) तथा हत्था (Handle) होते हैं | इसका हेड ड्राप फोर्जिंग कार्बन इस्पात से बनाया जाता है तथा हैंडल को मुख्यतः ऐसे लकड़ी से बनाया जाता है जो कम्पन को बर्दास्त कर सके |
हथौड़ी | HAMMERS |
Hammer Head के मुख्य भाग चित्र के अनुसार निम्न हैं –
- फलक ( Face )
- पीन ( Peen )
- बाल पीन ( Ball Peen )
- क्रॉस पीन ( Cross Peen )
- सीधा पीन ( Straight Peen )
- चीक ( Cheek )
- नेत्र छिद्र ( Eyehole )
इंजीनियर हैमर उसके भार के आधार पर वर्णित किया जाता है , यह 125 से 1500 ग्राम में उपलब्ध होता है | मशीनिंग व फिटिंग शॉप में मुख्यतः बाल पीन हैमर का प्रयोग किया जाता है |
छेनी ( CHISEL )
इसे ठण्डी छेनी (Cold Chisel) के नाम से भी जाना जाता है | यह एक प्रकार का हाथ से प्रयोग किया जाने वाला कर्तन (cutting) औजार है जिसका प्रयोग धातु को छिलने (Chipping) या काटने में किया जाता है |
छेनी के मुख्यतः तीन अंग शीर्ष (Head), बॉडी (Body) और नोक (Point or Cutting Edge) होते हैं | यह उच्च कार्बन स्टील की बनी होती हैं |
Chisel | छेनी |
छेनी का प्रकार (Types of Chisel)
- सपाट छेनी (Flat Chisel)
- आरपार कट छेनी (Cross Cut Chisel)
- अर्धगोलाकार नासिका छेनी (Half Round Nose Chisel)
- हीरा नोक छेनी (Dimond Point Chisel)
छेनी का सही नोक/कर्तन कोण (Point Angle) चिपिंग किये जाने वाले पदार्थ पर निर्भर करता है |
हैण्ड हेक्सा (Hand Hacksaw)
हैण्ड हेक्सा (Hand Hacksaw) एक प्रकार का कर्तन औजार (Cutting Tool) है जिसका प्रयोग विभिन्न सेक्शन के मेटल को काटने के लिए किया जाता है |
यह दो भागों से मिलकर बना होता है | एक हेक्साफ्रेम (Hacksaw Frame) तथा दूसरा ब्लेड (Blade) |
हेक्सा फ्रेम के प्रकार (Types of Hacksaw Frames)
हेक्सा फ्रेम दो प्रकार के होते हैं –
- सॉलिड फ्रेम (Solid Frame)
- इसपर किसी निश्चित मानक लम्बाई की ब्लेड ही फिट की जा सकती है | जैसे 300 और 250 mm |
- एडजस्टेबल फ्रेम (Adjustable Frame)
- यह प्राय; अधिकतम उपयोग में आने वाला प्रकार है | काटते समय यह अधिक उन्नत प्रकार का पकड़ व नियंत्रण देता है |
Solid Frame | सॉलिड फ्रेम |
Adjustable Frame | एडजस्टेबल फ्रेम |
हेक्सा फ्रेम के भाग (Parts of Hacksaw Frame)
- हेंडल
- फ्रेम
- ट्यूबलर फ्रेम
- रीटेनिंग पिन
- फिक्स ब्लेड होल्डर
- एडजस्टेबल ब्लेड होल्डर
- विंग नट
हेक्सा ब्लेड (Hacksaw Blade)
हेक्सा ब्लेड या तो लो एलोय स्टील या हाई स्पीड (High Speed Steel) स्टील के बने होते हैं | ब्लेड का चयन काटे जाने वाले मटेरियल के आकार एवं कठोरता पर निर्भर करता है |
हेक्सा ब्लेड के दांत (Teeth) तीन प्रकार के होते हैं जिनके पिच (Pitch) निचे दिया गया है |
Blade Teeth Type |
Pitch |
---|---|
Fine Pitch | 0.8 mm |
Medium Pitch | 1.4 mm & 1 mm |
Course Pitch | 1.8 mm |
गुनिया (TRY SQUARE)
गुनिया या ट्राई स्क्वायर एक प्रकार का परिशुद्धतामापी यन्त्र (Precision Instrument) है जिसकी सहायता से सतहों की वर्गकारिता (Squareness) अर्थात 90° की जाँच की जाती है |
ट्राई स्क्वायर कठोरीकृत इस्पात का बना होता है | यह दो भागों Stock तथा Blade से मिलकर बना होता है | इसको इसके ब्लेड की लम्बाई से प्रदर्शित करते हैं जो 100 mm, 150 mm, 200 mm होता है |
ट्राई स्क्वायर का उपयोग मुख्यतः निम्न कार्यों में किया जाता है –
- 90° कोण की जाँच करने में |
- समतलता की जाँच करने में |
- कार्य के किनारे पर 90° रेखा खीचने में |
- कार्य को समकोण पर सेट करने में |
ट्राई स्क्वायर की परिशुद्धता (Accuracy) लगभग 0.002 mm प्रति 10 mm लम्बाई होती है |
रेती (FILE)
रेती (FILE) एक प्रकार का हैण्ड टूल है जिसकी सहायता से फालतू धातु को हटाने का कार्य किया जाता है | रेती या फाइल High Carbon Steel की बनी होती हैं |
File | रेती |
रेती के कट के प्रकार (Types of Cut on File)
- सिंगल कट फाइल (Single Cut File)
- दोहरी कट फाइल (Double Cut File)
- रेस्प कट फाइल (Rasp Cut File)
- वक्राकार कट फाइल ( Curved Cut File)
किसी रेती की लम्बाई उसके टिप से हील के बीच की दूरी होती है |
रेती के ग्रेड (Grade of File)
रेती विभिन्न प्रकार तथा ग्रेड मे उपलब्ध होता है और उनके अलग – अलग प्रयोग होते हैं |
- खुरदरी रेती ( Rough File )
- बस्टर्ड रेती ( Bastard File )
- सेकेंड कट रेती ( Second Cut File )
- चिकनी रेती ( Smooth File )
- अति चिकनी रेती ( Dead Smooth File )
Grades of File |
रेती के प्रकार ( Types of File )
अनुप्रस्थ काट के आधार पर रेती निम्न प्रकार के होते हैं –
- समतल रेती ( Flat File )
- दस्ती रेती ( Hand File )
- वर्ग रेती ( Square File )
- गोल रेती ( Round File )
- अर्ध गोल रेती ( Half Round File )
- त्रिभुजाकार रेती ( Triangular File )
- चाकूधार रेती ( Knife Edge File )
वाइस ( VICE )
कार्यखंड को पकड़ने के लिए वाइस का प्रयोग किया जाता है |
लगभग सभी मशीनी प्रक्रियाएँ करते समय, जॉब के ऊपर विभिन्न दिशाओं में विभिन्न बल कार्य करते है जिनके फलस्वरूप जॉब अस्थिर हो सकता है | अत: जॉब को मशीन करने के लिए यह आवश्यक है कि उसे मजबूती से एक निश्चित स्थान पर जकड़ कर रखा जाये | जिसके लिए वाइस का प्रयोग करते हैं |
Bench Vice |
वाइस के प्रकार ( Types of Vice )
- बेंच वाइस (Bench Vice)
- मशीन वाइस (Machine Vice)
- पाइप वाइस (Pipe Vice)
- टांग वाइस (Leg Vice)
- दस्ती वाइस (Hand Vice)
- पिन वाइस (Pin Vice)
- टूल मेकर वाइस (Tool Maker Vice)
- कारपेंटर वाइस (Carpenter Vice)
- C-Clamp Vice
निहाई (ANVIL)
अन्विल / निहाई धातु का बना हुआ एक बड़ा ब्लाक होता है जिसका उपरी सतह चपटी होती है जिसपर धातु को रखकर पीटा जाता है | यह Forged or Cast Steel का बना होता है |
निहाई | ANVIL |
यह मुख्यतः पदार्थ को आकर देने हेतु हथौड़े के साथ प्रयोग किया जाता है | आगे की तरफ सींघ (Horn) के आकार का बना भाग किसी वक्राकार (Curved) कर्यखंड को पीटने हेतु प्रयोग होता है | अन्विल के ऊपर बने छिद्र चिजेल व पंच को रखने हेतु प्रयोग किये जाते हैं |
Frequently Asked Question (FAQ) | अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई टी आई के जॉब्स के इंटरव्यू हेतु यह प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण हैं –
Q : वर्कशॉप में मार्किंग टूल्स क्या हैं (What are the marking tools in Workshop)?
ANS : वर्कशॉप में मार्किंग टूल मुख्यतः खरोचक (Scriber), पंच (Punch), डिवाइडर (Divider), Surface Gauge है |
Q : वर्कशॉप में मापक टूल्स क्या हैं (What are the measuring tools in workshop) ?
ANS : स्टील रूल (Steel Rule), मापक फीता (Measuring Tape), कैलीपर , जैनी कैलिपर, चाँदा (Protractor), माइक्रोमीटर, वर्नियर कैलीपर्स |
Q : रूलर में कितने सेंटीमीटर होते हैं (How many cm are in a ruler) ?
ANS : एक मानक रूलर की लम्बाई 30 cm होती है | जबकि वर्कशॉप में प्रयुक्त होने वाला स्टील रूल अन्य लाबी जैसे 60 cm में भी उपलब्ध होता है |
Q : 1 इंच में कितने सेंटीमीटर होते हैं (how many cm are there in 1 inch ) ?
ANS : 1 inch में 2.54 cm होते हैं | 1 inch = 2.54 cm |
Q : 1 इंच में कितने मिलीमीटर होते हैं (how many mm are there in 1 inch ) ?
ANS : 1 inch में 25.4 mm होते हैं | 1 inch = 25.4 mm |
Read Also
- ITI क्या है (About ITI) और इसमें प्रवेश कैसे लेते है |
- ITI Trade Fitter के बारे में जाने ( Description, Qualification, admission and jobs) |
- ITI Trade Machinist के बारे में जाने ( Description, Qualification, admission and jobs) |
- CTI / CITS क्या है | कौन कर सकता है | कैसे कर सकते है | पूरी जानकारी |
- ITI Workshop Calculation & Science के अन्य महत्वपूर्ण ऑनलाइन टेस्ट |
- ITI के पुराने प्रश्न पत्र | ITI Question Paper pdf |
ITI से सम्बंधित updates तुरंत पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके Follow करें |
Like our Facebook Page : www.facebook.com/itipathshala
Follow our Telegram Channel : t.me/itipathshala
Subscribe YouTube Channel : YouTube Subscribe
ITI पाठशाला website पर आपको ITI के समस्त Trades (जैसे Fitter, Machinist, RAC, Welder, Electrician, COPA etc.) से सम्बंधित Study Material, ITI Old Question Paper, ITI Practical Paper व Online Test / Quiz मिलेंगे | Trade Theory के साथ – साथ Employability Skills, Drawing और Workshop & Calculation भी परीक्षा की तैयारी के लिए website पर उपलब्ध हैं |